शराब की उप दुकानों से अमनचैन छीनने का अंदेशा ,,,,

समाज और लोगों के बर्बादी की पहल,,,,
हाल में ही मध्य प्रदेश सरकार द्वारा राजस्व की बढ़ोतरी के लिए शराब की उप दुकानें खोले जाने से समाज का अमन-चैन गायब होने का पूरा अंदेशा बना हुआ है ....???
 लोग हैरान हैं कि अमन शांति सुख चैन का वादा करने वाली सरकार यह कैसा कदम उठाने जा रही है .....???
वैसे ही शराब के कारण आज हजारों परिवार बर्बाद होकर बर्बादी की ओर बढ़ रहे हैं समाज में तरह-तरह की शराब के कारण घटनाएं घट रही है  घर हो मोहल्ला हो गांव हो हर जगह शराब के कारण मारपीट पारिवारिक कलह और बलात्कार , हत्या जैसे संगीन मामले शराब के कारण सामने लगातार आ रहे हैं इसके बावजूद भी सरकार इस पर नियंत्रण करने के बजाय और बढ़ावा देने पर तुली है.....???
  आने वाले समय में जहां-जहां पर भी  उप कलारी खोली जाएंगी वहां की शांति निश्चित ही भंग होगी और लोगों तथा समाज में इसका गहरा असर पड़ कर बर्बादी और परेशानी की ओर जाएंगे .....???
शराब नीति का विरोध करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा भी उज्जैन के कुंभ में घोषणा की गई थी कि प्रदेश को धीरे-धीरे नशा मुक्त कर दिया जाएगा परंतु उन्होंने सिर्फ वादों से काम चलाना चाहा और वह भी शराब पर पाबंदी नहीं लगा पाए जिसका नतीजा सामने है कि ,,,,दोबारा सत्ता से वंचित होना पड़ा ....???
क्योंकि जनता के हित की जो भी बात करता है और उससे मुकरता  है तो आने वाले समय मैं इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है इतिहास इसका गवाह है ,,,, 
पूर्व मुख्यमंत्री चाहते तो शराब को सत्ता में रहते बंद कर सकते थे पर उन्होंने नहीं किया....??? लेकिन आज इसका विरोध कर रहे हैं तो यह बात हजम नहीं होती है कि जो खुद कर सकते थे वह बात आज दूसरों से मनमाने की बात कर रहे हैं,,,,,
वर्तमान मुख्यमंत्री यदि वास्तव में समाज एवं लोगों का हित करना चाहते हैं तो कतई यह कदम ना उठाया जाए और ना ही कहीं पर उप कलारी खोली जाएं बल्कि आज जहां जहां भी कलारी खोली गई हैं और वहां पर शिक्षा एवं लोगों पर असर पड़ रहा है तो उसे तत्काल बंद कर वाना चाहिए ना की नई कलारी खोलना चाहिए,,,, जनता की यह मांग है कि यदि कमलनाथ जनता के सच्चे हितैषी हैं तो तुरंत यह फैसला वापस लेना चाहिए जिससे समाज लोगों में अमन चैन और शांति बनी रहे !